Ujjain News: दुर्लभ संयोग, चर योग सिद्धि योग में 31 अक्तूबर को मनेगा दीपोत्सव, निशीथ काल में लक्ष्मी पूजन
ज्योतिष शास्त्र में उल्लेखनीय दीवाली की रात को महानिशा की रात कहा जाता है, रात्रि काल में जिसे निशीथ काल या तुरीय संध्या कहते हैं, यह समय काल तंत्रादि सिद्धियों के लिए सर्वोत्तम होता है।
What's Your Reaction?


