22 साल की देश सेवा के बाद गांव लौटे:आतिशबाजी के साथ ग्रामीणों ने किया स्वागत, हवलदार सोमलाल बोले- सेना में भर्ती हो युवा
कोंडागांव के बनियागांव में 22 सालों की देश सेवा के बाद घर वापस आए जवान का पूरे गांव ने स्वागत किया। सोमवार को भारतीय थल सेना के सिग्नल कोर से सेवानिवृत्त हवलदार सोमलाल पोयाम अपने गांव लौटे। बनियागांव चौक पर पहुंचते ही परिवारजनों, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने तिलक लगाकर और पुष्पमाला पहनाकर उनका स्वागत किया, इस दौरान ग्रामीण भावुक भी हुए। देश सेवा कर संतोष मिला - हवलदार सोमलाल हवलदार सोमलाल ने बताया कि उन्होंने 13 जनवरी 2003 को सेना में भर्ती होकर जबलपुर में ट्रेनिंग ली। इसके बाद असम, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, गोवा, सिक्किम और गुजरात में सेवाएं दीं। उन्होंने कहा, 22 सालों की देश सेवा से जो संतोष मिला, वह अन्यत्र कहीं नहीं मिल सकता। मैं जिले के युवाओं से आग्रह करता हूं कि वे सेना में भर्ती होकर देश सेवा करें। देशभक्ति के नारों से गूंज उठा गांव स्वागत समारोह के दौरान पूरा चौक भारत माता की जय, वंदे मातरम और जय जवान जय किसान के नारों से गूंज उठा। बस्तर की परंपरागत मांदरी नृत्य और देशभक्ति गीतों के साथ एक जुलूस निकाला गया, जो दुर्गा माता मंदिर में दर्शन के बाद उनके घर तक गया। सैन्य प्रशिक्षणार्थी हुए शामिल रास्ते में अलग अलग समाज के लोगों ने फूल बरसाकर उनका अभिनंदन किया और आतिशबाजी की गई, वहां मौजूद युवा सैन्य प्रशिक्षणार्थियों ने भी इस स्वागत समारोह में भाग लिया।
कोंडागांव के बनियागांव में 22 सालों की देश सेवा के बाद घर वापस आए जवान का पूरे गांव ने स्वागत किया। सोमवार को भारतीय थल सेना के सिग्नल कोर से सेवानिवृत्त हवलदार सोमलाल पोयाम अपने गांव लौटे। बनियागांव चौक पर पहुंचते ही परिवारजनों, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने तिलक लगाकर और पुष्पमाला पहनाकर उनका स्वागत किया, इस दौरान ग्रामीण भावुक भी हुए। देश सेवा कर संतोष मिला - हवलदार सोमलाल हवलदार सोमलाल ने बताया कि उन्होंने 13 जनवरी 2003 को सेना में भर्ती होकर जबलपुर में ट्रेनिंग ली। इसके बाद असम, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, गोवा, सिक्किम और गुजरात में सेवाएं दीं। उन्होंने कहा, 22 सालों की देश सेवा से जो संतोष मिला, वह अन्यत्र कहीं नहीं मिल सकता। मैं जिले के युवाओं से आग्रह करता हूं कि वे सेना में भर्ती होकर देश सेवा करें। देशभक्ति के नारों से गूंज उठा गांव स्वागत समारोह के दौरान पूरा चौक भारत माता की जय, वंदे मातरम और जय जवान जय किसान के नारों से गूंज उठा। बस्तर की परंपरागत मांदरी नृत्य और देशभक्ति गीतों के साथ एक जुलूस निकाला गया, जो दुर्गा माता मंदिर में दर्शन के बाद उनके घर तक गया। सैन्य प्रशिक्षणार्थी हुए शामिल रास्ते में अलग अलग समाज के लोगों ने फूल बरसाकर उनका अभिनंदन किया और आतिशबाजी की गई, वहां मौजूद युवा सैन्य प्रशिक्षणार्थियों ने भी इस स्वागत समारोह में भाग लिया।