पसीने से तर, आग में तपकर बना मिसाल, देवरिया के सुनील शर्मा की संघर्ष भरी कहानी
सुनील शर्मा, देवरिया के बैकुंठपुर गांव के लोहार, ने शहरों में मजदूरी के बाद अपने गांव लौटकर पारंपरिक लोहे की दुकान को पुनर्जीवित किया और टिकाऊ औजार बनाकर अच्छी आमदनी कमा रहे हैं.
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