तेज-तर्रार बाघा डॉग माथा टेकने पहुंचा माता के दरबार, एक से बढ़कर एक कारनामे किए
डॉग मास्टर सुनील गुप्ता के साथ पहुंचे बाघा ने सबसे पहले काल भैरव का दर्शन किया और उसके बाद मां सर्वमंगला के सामने हाथ जोड़कर आशीर्वाद लिया. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक मां दुर्गा की पूजा-आराधना तब तक अधूरी रहती है, जब तक काल भैरव का दर्शन ना किया जाए.
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