Update: छत्तीसगढ़ में मई में सामान्य से 136 फीसदी ज्यादा बारिश, जून में भी बरसेगा अमृत
मानसून के बुधवार को प्रदेश के दंतेवाड़ा पहुंचने के 24 घंटे रायपुर में गरज के साथ बारिश हुई। जगदलपुर में 20 मिमी के आसपास बारिश हुई है। बस्तर संभाग में जगदलपुर मेन स्टेशन है इसलिए मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून की घोषणा की जा सकती है। प्रदेश में मई में 92.3 मिमी पानी गिरा है, जो सामान्य से 136 फीसदी ज्यादा है। जून में भी बारिश रूपी अमृत बरसने के पूरे आसार हैं। प्रदेश में मानसून 18 दिन पहले पहुंच गया है। यहां मानसून आने की निर्धारित तिथि 15 जून है।
मानसून के बुधवार को प्रदेश के दंतेवाड़ा पहुंचने के 24 घंटे रायपुर में गरज के साथ बारिश हुई। जगदलपुर में 20 मिमी के आसपास बारिश हुई है। बस्तर संभाग में जगदलपुर मेन स्टेशन है इसलिए मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून की घोषणा की जा सकती है। प्रदेश में मई में 92.3 मिमी पानी गिरा है, जो सामान्य से 136 फीसदी ज्यादा है। जून में भी बारिश रूपी अमृत बरसने के पूरे आसार हैं। प्रदेश में मानसून 18 दिन पहले पहुंच गया है। यहां मानसून आने की निर्धारित तिथि 15 जून है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसलिए अगले दो-तीन दिन दंतेवाड़ा में अच्छी बारिश हो सकती है। मानसून की घोषणा दिल्ली से होती है इसलिए मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के अधिकारी इसमें कुछ नहीं कर सकते। हालांकि लोकल स्टेशन डायरेक्टर या प्रभारी की सहमति के बिना किसी भी प्रदेश में मानसून की घोषणा नहीं की जा सकती। वीसी के माध्यम से मौसम केंद्र से जुड़े अधिकारियों को जोड़ा जाता है। आपसी सहमति होने पर ही मानसून आने की खबर दी जाती है। दूसरा कारण ये भी है कि आंध्रप्रदेश के आदिलाबाद, ओडिशा के रायगड़ा में मानसून आ गया है। इस सीधी रेखा में दंतेवाड़ा पड़ा होगा इसलिए भी मानसून की घोषणा कर दी जाती है। हालांकि पहले के डायरेक्टर बिना बारिश मानसून की घोषणा का विरोध करते थे। कई बार हवा की दिशा के अनुसार बिना बारिश मानसून आने की सूचना दी जाती है। इस बार ऐसा ही हुआ है।
What's Your Reaction?


