2500 की नौकरी, 12 घंटे की शिफ्ट और फिर जीत लिया पंचायत का चुनाव वो भी निर्दलीय
रतनी मांझी की संघर्ष से भरी कहानी: होटल में वेटर से शुरुआत, वकील बनीं और अब जिला पंचायत सदस्य. जानिए कैसे मांझी समाज की यह बेटी बनी मिसाल.
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