आषाढ़ में सावन की झड़ी… खाड़ी में बने तगड़े सिस्टम से लगातार हो रही बारिश, IMD अलर्ट जारी
Heavy Rain in CG: अगस्त में झड़ी का ट्रेंड रहा है। राजधानी समेत प्रदेशभर में तीन दिनों से झड़ी जैसी स्थिति है। हालांकि जुलाई में झड़ी लगने का ट्रेंड कम ही रहा है।
Heavy Rain in CG: छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे में 24.4 मिमी पानी गिरा है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण 9 जुलाई को सरगुजा को छोड़कर सभी संभागों के कुछ स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। प्रदेश में अब तक 330.4 मिमी पानी गिर चुका है।
यह सामान्य से 15 फीसदी ज्यादा है। सोमवार तक 306 मिमी पानी गिरा था। खाड़ी में बने तगड़े सिस्टम से प्रदेश में भारी से अतिभारी बारिश हो रही है। राजधानी समेत प्रदेशभर में तीन दिनों से झड़ी जैसी स्थिति है। हालांकि जुलाई में झड़ी लगने का ट्रेंड कम ही रहा है।
Heavy Rain in CG: कम दबाव से…
अगस्त में झड़ी का ट्रेंड रहा है। भूजल वैज्ञानिकों के अनुसार झड़ी होने का फायदा ये है कि इससे भूजल स्तर चार्ज होता है। तेज बारिश नालियों के माध्यम से नदी-नालों में बह जाता है। इससे वॉटर रिचार्ज नहीं होता। हालांकि शहरों में कंक्रीटीकरण के कारण वॉटर रिचार्ज में परेशानी हो रही है, लेकिन रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम इसमें मदद करता है।
शिवनाथ में बाढ़ का खतरा
जुलाई में अब तक बारिश का ट्रेंड रायपुर में ऐसा
कुल सर्वाधिक मासिक वर्षा 988.8 मिमी 1884 में।
कुल मासिक वर्षा 275.2 मिमी 14 जुलाई 2009 को।
सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री 1 जुलाई 1987 को।
सबसे कम न्यूनतम तापमान 17.1 डिग्री 8 जुलाई 1988 को।
मोंगरा बैराज से 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा
Heavy Rain in CG: राजनांदगांव में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से पूरा जिला तरबतर हो गया। वनांचल में झमाझम बारिश के चलते अंबागढ़ चौकी स्थित मोंगरा बैराज लबालब हो गया है। बैराज से शिवनाथ में 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे शिवनाथ नदी उफान पर है।
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन द्वारा निचली बस्तियों में अलर्ट जारी किया गया है। शिवनाथ नदी पर बने उच्चस्तरीय पुल पर लोगों की आवाजाही जारी है, पर पुराना पुल डूब चुका है। रेस्क्यू टीम को अलर्ट कर दिया गया।
What's Your Reaction?


