छत्तीसगढ़ में 16 हजार NHM कर्मियों की नौकरी दांव, मंत्री से हो चुकी है बैठक, लेकिन.. देखें ये रिपोर्ट
NHM Workers Strike: 10 सूत्री मांग को लेकर एनएचएम कर्मियों की हड़ताल 30 दिनों जारी है। शासन ने कर्मियों को बर्खास्त करने के लिए पत्र जारी किया तो इसके खिलाफ सैकड़ों कर्मियों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया।
NHM Workers Strike: 10 सूत्री मांग को लेकर एनएचएम कर्मियों की हड़ताल 30 दिनों जारी है। शासन ने कर्मियों को बर्खास्त करने के लिए पत्र जारी किया तो इसके खिलाफ सैकड़ों कर्मियों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया। हड़ताल के दौरान दिवंगत हुए तीन साथियों को गांधी चौक, दुर्ग में मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि भी दी गई।
हड़ताल का नेतृत्व करने वाले संगठन ने दावा किया कि स्वास्थ्य मंत्री से कई दौर की बैठक हो चुकी है। सरकार की ओर से आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन यह आंदोलन आदेश हाथ में आने पर ही खत्म करेंगे। 20 साल में कई बार आश्वासन मिल चुका है। 18 सितंबर को रायपुर में जेल भरो आंदोलन किया जाएगा।
हड़ताल का साइड इफेक्ट
- हमर क्लिनिक में टीकाकरण प्रभावित। इलाज के लिए पीड़ित जिला अस्पताल या सुपेला, सिविल हॉस्पिटल पर निर्भर।
- छय रोग कार्यक्त्रस्म पर सीधा असर। ऑन लाइन एंट्री, नए मरीज का सत्यापन सभी काम बाधित।
- केंद्र को भेजी जाने वाली स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली रिपोर्ट पूरी न हो पाने से कई योजनाओं की मॉनिटरिंग प्रभावित हुई है।
इच्छा मृत्यु के लिए ज्ञापन
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मियों ने मंगलवार को रैली निकाल कर इच्छा मृत्यु के लिए राज्यपाल के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
अब तक प्रदर्शन के तरीके
- सरकार के लिए सद्बुद्धि यज्ञ।
- संविदा कुप्रथा की शव यात्रा निकाली।
- नुक्कड़ नाटक से सरकार को जगाने का प्रयास किया।
- तीज पर मेहंदी लगाकर जताई मांग।
- नेताओं के मुखौटे लगाकर नाटक और प्रदर्शन।
- केश दान कर किया विरोध प्रदर्शन
- स्वास्थ्य भवन का किया घेराव।
- माता चंडी को 151 मीटर की चुनरी चढ़ाई।
- जल सत्याग्रह में गूंजा रघु पति राघव राजा राम।
- इच्छा मृत्यु के लिए राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन।
- 18 को अब जेल भरो आंदोलन की तैयारी।
मंत्री से हो चुकी बैठक
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से हड़ताल के दौरान कई दौर की बैठक हो चुकी है। वे आश्वासन दे रहे हैं। एनएचएम कर्मियों को 20 साल के दौरान केवल आश्वासन ही मिला है। इस बार आदेश हाथ में आएगा, तब हड़ताल खत्म की जाएगी। – डॉ. आलोक शर्माजिलाध्यक्ष, एनएचएम कर्मचारी संघ, दुर्ग
वैकल्पिक कर्मी तैनात
जिला के अस्पतालों में एनएचएम कर्मियों के हड़ताल पर जाने से अधिक काम प्रभावित नहीं हुआ है। नियमित कर्मियों के सहारे काम लिया जा रहा है। टीकाकरण वगैरह भी जिला अस्पताल, सिविल हॉस्पिटल वगैरह में नियमित हो रहे हैं। टीबी की दवा देने के लिए विकल्प के तौर पर कर्मियों को तैनात किए हैं। – डॉ. मनोज दानीचीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर, दुर्ग
16 हजार एनएचएम कर्मियों की नौकरी दांव पर
शासन ने अस्पतालों में काम प्रभावित होता देख, 33 जिलों के 33 अध्यक्ष की सेवा समाप्त कर दी। इस पर 16,000 एनएचएम कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया। एनएचएम कर्मियों की सबसे प्रमुख मांग नियमितीकरण की है।
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