Crime News: रेकी के बाद पेशेवर गिरोह ने डकैती कांड को दिया अंजाम, ज्वेलरी कारोबारियों में हड़कंप
बचत के 86 किलो जेवर अपने फ्लैट में ही रखा था। घटना में आरोपियों की संख्या आधा दर्जन से अधिक होने और चांदी को ले जाने के लिए वाहन का इस्तेमाल करने की भी आशंका जताई जा रही है।
त्योहारी सीजन शुरू होने के बाद रायपुर के सदरबाजार में डकैती कांड से ज्वेलरी कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। पीडि़त कारोबारी के फ्लैट, कॉम्पलेक्स और आसपास की लगभग सभी गलियों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसके बावजूद आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया है। इसमें प्रोफेशनल गिरोह के शामिल होने की आशंका है। साथ ही घटना को तगड़ी रेकी के बाद अंजाम दिया गया है।
आगरा से 150 किलो चांदी के जेवर लेकर रायपुर आया
पीडि़त कारोबारी राहुल गोयल मूलत: आगरा का रहने वाला है। वह सीएफए कंपनी की चांदी लेकर 15-15 दिन में रायपुर आता था। इस बार भी 3 दिन पहले 150 किलो चांदी के जेवर लेकर रायपुर आया था। 64 किलो चांदी के जेवर लोकल कारोबारियों को सप्लाई कर चुका था। इसी दौरान रेकी होने की आशंका है। बचत के 86 किलो जेवर अपने फ्लैट में ही रखा था। घटना में आरोपियों की संख्या आधा दर्जन से अधिक होने और चांदी को ले जाने के लिए वाहन का इस्तेमाल करने की भी आशंका जताई जा रही है।
हैरानी: डकैतों ने नाम लेकर बुलाया
घटना को आरोपियों ने पीडि़त कारोबारी राहुल की तगड़ी रेकी के बाद अंजाम दिया है। उसके आने-जाने और चांदी की मात्रा आदि के बारे में पता लगाया। आरोपियों ने दरवाजा खुलवाने के लिए राहुल कहकर संबोधित किया था। इसके बाद ही उसने दरवाजा खोला। इससे स्पष्ट है कि आरोपियों ने कारोबारी के बारे में काफी जानकारी जुटाई है। जाते समय आरोपियों ने उसका मोबाइल तोड़ दिया था। फ्लैट के बाहर लगे कैमरे को भी तोड़ दिया। डीवीआर को अपने साथ ले गए। राहुल को बालकनी के एक हिस्से में लॉयलोन की रस्सी से बांध दिया था। इसके अलावा कॉम्पलेक्स के फर्स्ट फ्लोर में जाने वाली सीढि़यों के सामने टेलर्स दुकान में दो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसमें से एक कैमरे को आरोपियों ने दूसरी दिशा में मोड़ दिया था।
फॉरेंसिंक एक्सपर्ट आने से पहले पुलिस ने हटा दी घेराबंदी रस्सी
पीडि़त कारोबारी के फ्लैट के पीछे की बालकनी में एक मोटी रस्सी बंधी थी। आशंका है कि आरोपी उसी रस्सी के सहारे फ्लैट से नीचे उतरकर फरार हुए हैं। घटनास्थल की जांच के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वॉड की टीम शाम को पहुंची। इससे पहले ही पुलिस ने बालकनी में बंधी रस्सी को हटा लिया। साथ ही फ्लैट को सुरक्षित नहीं किया गया था। उसमें कई लोगों का आना-जाना चलता रहा। पीडि़त कारोबारी राहुल को क्राइम ब्रांच ऑफिस ले जाया गया, लेकिन उनके फ्लैट को सील नहीं किया गया।
कई इलाकों में रात में नहीं होती पेट्रोलिंग
मामले में पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने देर शाम तक एफआईआर तक दर्ज नहीं की। कारोबारी के कंपनी वालों को बुलाया गया। आगरा से कंपनी वाले देर रात को रायपुर के लिए रवाना हुए। हालांकि पीडि़त राहुल ने चांदी के जेवरों से संबंधित सभी प्रकार के दस्तावेज पुलिस को सौंप दिया था। शहर के कई इलाकों में रात में पेट्रोलिंग नहीं होती है। घटनास्थल के आसपास के लोगों का कहना है कि पहले रात 2 से 3 बजे के बीच पुलिस पेट्रोलिंग होती थी। उसके सायरन बजते थे, लेकिन अब सुनाई नहीं देते। रात्रि गश्त और पेट्रोलिंग नहीं हो रही रही है। इसके चलते भी रात में चोर, डकैत सक्रिय रहते हैं।
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