Public news: एक्सप्रेस-वे टेमरी से माना वीआईपी रोड का ऐलिवेटेड कॉरिडोर भूअर्जन में फंसा

रेलवे स्टेशन से जगदलपुर रोड को जोड़ते हुए 11 किमी एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया गया है। यह सड़क सीधे एयरपोर्ट और नवा रायपुर को जोड़ती है। इसी एक्सप्रेस-वे रोड पर टेमरी गांव से माना वीआईपी सड़क मार्ग पर एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण प्रस्तावित है

Sep 13, 2025 - 08:36
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Public news: एक्सप्रेस-वे टेमरी से माना वीआईपी रोड का ऐलिवेटेड कॉरिडोर भूअर्जन में फंसा

रायपुर के माना एयरपोर्ट चौक पर ट्रैफिक दबाव कम करने के लिए बनने वाला ऐलिवेटेड कॉरिडोर भूअर्जन में ही फंसा हुआ है। ऐसे में न तो तीन किमी सिक्सलेन रोड निर्माण का रास्ता साफ हुआ न ही ऐलिवेटेड ब्रिज निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ी। दो साल बाद भी लोक निर्माण विभाग का 156.27 करोड रुपए का यह प्रोजेक्ट अधर में अटका हुआ है।

काम होने पर आवाजाही काफी सुगम होगी

रेलवे स्टेशन से जगदलपुर रोड को जोड़ते हुए 11 किमी एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया गया है। यह सड़क सीधे एयरपोर्ट और नवा रायपुर को जोड़ती है। इसी एक्सप्रेस-वे रोड पर टेमरी गांव से माना वीआईपी सड़क मार्ग पर एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण प्रस्तावित है। यह काम होने पर आवाजाही काफी सुगम होगी। क्योंकि इस रोड से एयरपोर्ट को जोड़ते हुए सिक्सलेन रोड का भी निर्माण होने से राजधानी के लोगों के साथ ही जिला मुख्यालयों से आने वाले लोगों को काफी सुविधा होगी। क्योंकि लोग सीधे एयरपोर्ट और नवा रायपुर पहुंचेंगे और इसी मार्ग से वापस होंगे, लेकिन भूअर्जन का ऐसा पेंच फंसा हुआ है कि दो साल बाद भी यह तय नहीं हुआ कि निर्माण कब शुरू होगा। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों का कहना है कि निर्माण के दायरे में दोनों तरफ भूअर्जन की स्थिति बन रही है। शहर का आउटर क्षेत्र होने से अवैध प्लाॅटिंग हुई है। इसलिए जमीन अधिग्रहित करने की प्रक्रिया राजस्व विभाग अभी तक पूरा नहीं कर पाया है। जबकि ये काम होने पर निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है।

पिछली सरकार के इस प्रोजेक्ट पर लगी थी मुहर

2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा चुनाव के ऐन वक्त पर 27 सितंबर को 1004 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का ऐलान किया था। उसमें एक था शहर के एक्सप्रेस-वे सड़क पर टेमरी गांव से वीआईपी रोड के लिए ऐलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण। क्योंकि इस प्रोजेक्ट पर काम होने से पुराने रायपुर और नवा रायपुर के बीच आवाजाही में काफी आसानी होती और समय भी कम लगता था। इसे देखते हुए उपमुख्यमंत्री पीडब्ल्यूडी अरुण साव ने भी इस प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी, लेकिन पूरा प्रोजेक्ट भूअर्जन के पेंच में आज तक फंसा हुआ है। इसलिए निर्माण के तहत टेंडर प्रक्रिया तक नहीं हो पाई है। केवल 156 करोड़ रुपए का यह प्रोजेक्ट कागजों में ही सीमित होकर रह गया है।

फुंडहर चौक में भी ओवरब्रिज बनाने की योजना

पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों के अनुसार एक्सप्रेस-वे सड़क पर फुंडहर चौक में सिग्नल लगाया गया है, लेकिन इस जगह काफी ट्रैफिक जाम होता है। क्योंकि इसी चौक से सीधे वीआईपी रोड जुड़ा हुआ है। चारों तरफ से आवाजाही होने के कारण इस चौक पर ओवरब्रिज निर्माण कराने का सर्वे किया गया है, लेकिन अभी प्रशासकीय स्वीकृति नहीं मिली है।

ऐलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट पर काम होगा

भूअर्जन प्रक्रिया पूरी होने पर ही ऐलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट पर काम होगा। 156.27 करोड़ बजट में प्रावधान किया गया है। निर्माण की प्रक्रिया के तहत डीपीआर तैयार कराया गया है।
एसके कोरी, मुख्य अभियंता, ब्रिज पीडब्ल्यूडी

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