Study: आसमान में 'हीरे की धूल' के छिड़काव से कम होगी धरती की गर्मी, वैश्विक अर्थव्यवस्था से दोगुना आएगा खर्च
शोधकर्ता एस.के. केस्लिन ने बताया कि हीरे के कण सूर्य के प्रकाश व गर्मी को परावर्तित करने में सबसे ज्यादा प्रभावी थे। वायुमंडल में लंबे वक्त तक रह सकते थे। साथ ही रासायनिक रूप से निष्क्रिय होने से वे अम्लीय बारिश बनाने के लिए प्रतिक्रिया नहीं कर सकते।
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