सेना के जवान की हार्ट अटैक से मौत, सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई… सप्ताह भर पहले पिता बना था मृतक
Janjgir Champa News: ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से केरा का रहने वाले सेना के जवान की मौत हो गई। शव को मंगलवार को गांव लाया गया। जहां सम्मान के साथ जवान की अंतिम विदाई दी गई।
CG News: ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से केरा का रहने वाले सेना के जवान की मौत हो गई। शव को मंगलवार को गांव लाया गया। जहां सम्मान के साथ जवान की अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान जनप्रतिनिधि सहित अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
आदर्श ग्राम केरा निवासी और भारतीय सेना की 41 नेटवर्क सिग्नल रेजीमेंट में पदस्थ जवान दुर्गेश कुमार साहू का ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार 16 सितंबर को ड्यूटी के दौरान दौड़ते समय अचानक दुर्गेश को हार्ट अटैक आया। उन्हें तत्काल लखनऊ स्थित कमांड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां लगातार इलाज के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और 28 सितंबर की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली, जवान की मृत्यु की खबर से पूरे परिवार और गांव पर गहरा सदमा छा गया।
परिजनों में मातम
परिजन पहले से ही पुत्र जन्म के अवसर पर लखनऊ में मौजूद थे, लेकिन इस दुखद खबर ने सभी को तोड़ दिया, पार्थिव शरीर सोमवार को गृहग्राम केरा लाया गया। हजारों की संख्या में ग्रामीण व आसपास के लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ेे। समान स्वरूप रैली निकालकर पार्थिव शरीर का पूरे गांव में भ्रमण कराया गया और ग्राम पंचायत केरा के मुक्तिधाम में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
वे लांस नायक के पद पर जालंधर में पदस्थ थे। अंतिम संस्कार कार्यक्रम में पामगढ़ विधायक शेषराज हरवंश, शिवरीनारायण मंडल अध्यक्ष लोकेश शुक्ला, जनपद सभापति अखिलेश भीष्म, जनपद सभापति दिनेश साहू, सरपंच संतोष कोसले, माधुरी आदित्य, नवागढ़ थाना प्रभारी अशोक वैष्णव, एसडीएम सुब्रत प्रधान, तहसील नायब तहसीलदार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
पूरा परिवार देश सेवा में समर्पित
दुर्गेश तीन भाइयों में सबसे छोटा था। पिता लक्ष्मण प्रसाद साहू का परिवार पूरी तरह देश सेवा को समर्पित है। बड़े भाई दीपक साहू भारतीय सेना में अलवर राजस्थान) में पदस्थ हैं, जबकि दूसरे भाई देवानंद साहू सीएएफ रायपुर में सेवाएं दे रहे हैं।
सप्ताह भर पहले पिता बना था दुर्गेश
जवान दुर्गेश की मौत ने सभी को झकझोर दिया। घटना बेहद दुखद है, क्योंकि उनकी शादी को महज डेढ़ वर्ष ही हुए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि वह सात दिन पहले ही पिता बना था। उसको पुत्र रत्न प्राप्त हुआ था। अभी घर में खुशी का माहौल था। खुशी अचानक गम में बदल गया। इससे परिजनों का रो-रोककर बुरा हाल हो रहा है।
What's Your Reaction?


