CG Fraud News: बिलासपुर से रायपुर तक फैला क्रिप्टो ठगी का जाल, निवेशकों से 27 करोड़ रुपये की ठगी
छत्तीसगढ़ में क्रिप्टो ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। बिलासपुर से रायपुर तक फैले इस नेटवर्क ने निवेशकों से करीब 27 करोड़ रुपये की ठगी की है। पुलिस ने कई संदिग्ध खातों और डिजिटल ट्रांजेक्शन की जांच शुरू कर दी है। मामला राज्य के सबसे बड़े साइबर फ्रॉड में से एक माना जा रहा है।
Bilaspur News : प्रदेशभर में सैकड़ों लोगों को फर्जी क्रिप्टो कंपनी यो-एक्सचेंज के नाम पर 27 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी का शिकार बनाया गया। पीड़ितों ने बिलासपुर एसएसपी को आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि संचालक कंपनी को ब्लॉकचेन आधारित, वैध और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑडिटेड बताकर निवेश कराते थे।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि मनी पटेल, रवि कुमार साहू और अक्षय कुमार टेकाम सहित कई लोग डायरेक्ट कंपनी से जुड़े थे और इन्हें मोटा कमीशन भी मिलता था। शुरुआत में कंपनी ने लोगों को खर्च और 30 फीसदी तकलाभांश दिया, जिससे विश्वास बढ़ा। इसके बाद जूम मीटिंग और सेमिनार के जरिए बड़े वादों से निवेशकों को फंसाया गया। कहा गया कि प्रतिमाह 30% तक मुनाफा मिलेगा और मूलधन कभी भी निकाला जा सकता है। लेकिन कुछ ही माह बाद संचालक रकम लेकर फरार हो गए।
प्रदेशभर में ठगी का जाल
पीड़ितों का दावा है कि इस ठगी का शिकार बिलासपुर, रायपुर, जांजगीर, भिलाई, राजनांदगांव और मुंगेली समेत कई जिलों के लोग हुए हैं। रकम वापसी मांगने पर पीड़ितों को धमकियां भी दी गईं। अब पीड़ितों ने पुलिस से कठोर कार्रवाई की मांग की है।
टॉपिक एक्सपर्ट
क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट करने से पहले लोगों को उसे समझने की जरूरत है। किसी के भी बहकावे में या बोलने से शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट नहीं करनी चाहिए। फाइनेंस विशेषज्ञों से इन्वेस्टमेंट से पहले सलाह लेना चाहिए। अपने बैंक से भी शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के बारे में जानकारी लेनी चाहिए। लोगों के बहकावे में आकर यदि किसी कंपनी या शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करते हैं तो ठगी के शिकार हो सकते हैं। लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए जागरूक होना आवश्यक है। - रजनेश सिंह, एसएसपी
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