दिवाली पर कोल कर्मियों की बल्ले-बल्ले, सेल कर्मियों को लग सकता है जोर का झटका
Diwali Bonus: कोल कर्मियों को दिवाली पर एक लाख का बोनस मिलने की तैयारी, जबकि सेल कर्मचारियों के हाथ निराशा लग सकती है। जानिए किस सेक्टर में कितना बोनस तय हुआ।

Diwali Bonus: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) कर्मियों को इस साल दिवाली पर बोनस (एक्सग्रेसिया) के तौर पर क्या मिलेगा, इसे लेकर शनिवार को होने वाली नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील (एनजेसीएस) की बैठक में फैसला होना है। कोल क्षेत्र में पिछले साल 93 हजार बोनस दिया गया था, इस वर्ष एक लाख से अधिक मिलने की उम्मीद है।
Diwali Bonus: सबसे अधिक बोनस मिलने की उम्मीद
इधर भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) के कर्मचारी सोशल मीडिया पर बोनस को लेकर यूनियन नेताओं को घेरने में जुटे हैं। कर्मियों का कहना है कि कोल-सेल दोनों जगह के कर्मियों के बोनस को लेकर होने वाले बैठक में यूनियन वही होती है। इसके बाद भी एक को बेहतर और दूसरे को कम बोनस क्यों मिल रहा है।
कोयला उद्योग में जहां कर्मचारियों की संया सबसे ज्यादा है, वहीं एनटीपीसी और बालको में कम। लेकिन हर साल एनटीपीसी और बालको के नियमित कर्मचारियों को सबसे अधिक बोनस मिलती है। इस साल भी इन्हीं कर्मचारियों को सबसे अधिक बोनस मिलने की उम्मीद है। इसके पीछे पूर्व के वित्तीय वर्ष में दोनों कंपनियों को आर्थिक लाभ है।
कोल इंडिया में बोनस पर बैठक 22 को
कोल इंडिया में बोनस को लेकर इसी माह 22 सितंबर को दिल्ली में बैठक आयोजित की गई है। पिछले साल कर्मचारियों को 93 हजार 750 हजार रुपए तक बोनस मिला था। इस साल बोनस के एक लाख रुपए तक पहुंचने की संभावना है।
सबसे कम सीएसईबी कर्मियों को बोनस
Diwali Bonus: सबसे कम बोनस छत्तीसगढ़ बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को मिलता है। पिछले साल 7 हजार रुपए तक का बोनस मिला था। इस बार भी इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है। हालांकि बिजली कंपनी अपने कर्मचारियों को बोनस दीपावली के समय देती है।
योगेश जैन, अध्यक्ष, चैबर ऑफ कॉमर्स, कोरबा: त्यौहारी सीजन में बाजार में सबसे अधिक पैसा एसईसीएल, एनटीपीसी और बोलको की बोनस से आता है। इसपर बाजार की नजर है।
एनजेसीएस की बैठक में होगा तय,सोशल मीडिया पर यूनियन नेताओं को घेर रहे भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी
वंश बहादुर सिंह, एनजेसीएस सदस्य: सेल प्रबंधन की ओर से बोनस का फार्मूला बदला जाए और कर्मियों को बेहतर बोनस दिया जाए।
डीवीएस रेड्डी, नेता, सीटू, बीएसपी: बोनस को लेकर बना हुआ पुराना फार्मूला रद्द करना होगा। बैठक में 40,500 रुपए से अधिक पर चर्चा होनी चाहिए। इसके बाद नए फार्मूला बनाया जाए।
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