छत्तीसगढ़ का पांचवां 400 केवी ग्रिड उपकेंद्र शुरू, कई क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को होगा सीधा फायदा, जानें कैसे!
CG News: छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड द्वारा छत्तीसगढ़ के पांचवें 400 केवी विद्युत उपकेंद्र की स्थापना का कार्य पूर्ण कर लिया गया और उसे ऊर्जीकृत कर दिया गया।
CG News: छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड द्वारा छत्तीसगढ़ के पांचवें 400 केवी विद्युत उपकेंद्र की स्थापना का कार्य पूर्ण कर लिया गया और उसे ऊर्जीकृत कर दिया गया। प्रबंध निदेशक राजेश कुमार शुक्ला ने धरदेही (बिलासपुर) में निर्मित उपकेंद्र को ऊजीकृत किया।
इस उपकेंद्र में स्थापित 400/220 केवी ट्रांसफॉर्मर की क्षमता 2 गुणा 315 (630) एमवीए, 220/132 केवी ट्रांसफॉर्मर की क्षमता 2 गुणा 160 (320) एमवीए और वोल्टेज नियंत्रक 400 केवी लाइन रिएक्टर की क्षमता 2 गुणा 50 एमवीएआर है। प्रबंध निदेशक राजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि यह परियोजना छत्तीसगढ़ राज्य की विद्युत क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगी।
अब इनकी संख्या 5 हो गई
उल्लेखनीय है कि राज्य गठन के समय 400 केवी का सिर्फ एक उपकेंद्र था, अब इनकी संख्या 5 हो गई है । इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रमुख सचिव तथा पारेषण कंपनी के अध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह और ऊर्जा सचिव डॉ. रोहित यादव ने ट्रांसमिशन कंपनी को बधाई दी है।
कई क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को फायदा
इस उपकेंद्र के शुरू होने से बिलासपुर, भाटापारा, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर-चांपा, अंबिकापुर, बलौदा बाज़ार और आसपास के क्षेत्रों को उच्च गुणवत्ता एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। इसका सीधा लाभ औद्योगिक इकाइयों, कृषि क्षेत्र और घरेलू उपभोक्ताओं को भी मिलेगा।
कोलकाता की कंपनी ने किया निर्माण
इस उपकेंद्र का निर्माण निविदा प्रक्रिया से चयनित मेसर्स टेक्नो इलेक्ट्रिक कंपनी लिमिटेड कोलकाता के माध्यम से कराया गया। संबंधित 400 केवी लाइनों के निर्माण का कार्य मेसर्स एलएंडटी कम्पनी के द्वारा करवाया जा रहा है। इस परियोजना के तहत ऊर्जीकृत किए गए उपकेंद्र और लाइनों के निर्माण की कुल लागत लगभग 176 करोड़ रुपये है।
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